कैंसर जो आज दुनिया के सबसे घातक बिमारिओं में से एक है, उसके खिलाफ रूस ने एक ऐतिहासिक खोज का दबा किया है। रूस के स्वस्ति मंत्रलय ने यह घोसना किया है की उन्होंने कैंसर के इलाज केलिए mRNA वैक्सीन बिकसित किया है। यह वैक्सीन 2025 में रूस के नागरिकों को मुफ्त में प्रदान किया जायेगा।
यह वैक्सीन निबरण केलिए नहीं, बल्कि उन मरीजों केलिए तैयार किया गया है, जो की पहले से कैंसर के बीमारी से जुज रहे हैं। रूस के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर आंद्रेई कैप्रिन का कहना है कि वैक्सीन ट्यूमर के बिकास को रोकने और मरीज की इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदत करेगा।
🚨🇷🇺 RUSSIA UNVEILS AI-POWERED mRNA CANCER VACCINE, FREE FOR CITIZENS IN 2025
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) December 19, 2024
Russia claims a breakthrough in cancer treatment with an mRNA-based vaccine set for launch in 2025.
This personalized vaccine, using genetic material from patients’ tumors, aims to treat rather than… pic.twitter.com/5P6thrRedz
Personal Vaccine: हर मरीज केलिए अलग
रूस की यह mRNA वासीने खास तोर पर पर्सनलाइज्ड है, यानि हर मरीज केलिए अलग अलग तैयार किया जायेगा।
- इसमें मरीज के ट्यूमर से RNA निकालकर वैक्सीन तैयार की जाती है।
- यह RNA मरीज के इम्यून सिस्टम को कैंसर सेल्स की पहचान करने और उन पर हमला करने में मदद करता है।
- पर्सनलाइज्ड तकनीक इसे अन्य पारंपरिक वैक्सीन से अधिक प्रभावी बनाती है।
mRNA टेक्नोलॉजी का महत्व
यह वैक्सीन mRNA टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जो की COVID 19 की वैक्सीन पर भी इस्तेमाल किया गया था। mRNA शरीर में प्रोटीन बनाने केलिए सन्देश भेजता है जो की इम्यून सिस्टम को सक्रिय करता है। यह प्रक्रिया सरीर में मजूद कैंसर सेल के ऊपर हमला करने केलिए सख्यं बनता है। mRNA टेक्नोलॉजी साधारण वैक्सीन के तुलना में ज़्यादा तेजी से काम करता है, और इसके परिणाम अधिक प्रभाबी होता है।
वैक्सीन बनाने का प्रक्रिया
यह वैक्सीन बनाने केलिए आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और हाई-टेक बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है। गोमालिए नेशनल रिसर्च सेंटर ने इसे तैयार किया है। वैक्सीन बनाने केलिए केबल 30 मिनिट्स से 1 घाटे की समय लगता है। यह तकनीक कैंसर मरीजों केलिए तेज और सटीक इलाज बनती है।
वैक्सीन से जुड़े चुनातियाँ
कैंसर वैक्सीन बनाना हमेसा से एक चुनती से भरा प्रक्रिया रहा है। कैंसर सेल सामान्य सेल की तरह ही होते है, जिसको पहचान करने में इम्यून सिस्टम को बोहत मुश्किल होता है। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले मरीज को वैक्सीन का असर काम हो सकता है, और कुछ मामले में कैंसर ट्यूमर इतना बड़ा होता है की इम्यून सिस्टम उसे लड़ने केलिए सख्यं नहीं है।
भारत में कैंसर की स्तिति
भारत में हर शाल कैंसर के लाखो मामले सामने सटे हैं। 2022 में 14.13 लाख नए कैंसर के मामले दर्ज हुए हैं। इसमें महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर और पुरुषों में फेफड़े और मुँह का कैंसर सबसे आम हैं। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने सर्वाइकल कैंसर की भारतीय वैक्सीन तैयार की है, जो HPV संक्रमण से बचाब में मदद करती है।
क्या Russia Cancer Vaccine बदल देगी भविष्य?
रूस की यह mRNA Cancer Vaccine दुनिया भर की स्वास्त्य खेत्र में क्रन्तिकारी बदलाब ला सकती है। अगर यह वैक्सीन सफल साबित होती है, तो यह लाखो कैंसर मरीजों की जीवन को बचने में मदत करेगी। अन्य देशों के साथ सहयोग करके इसे दुनिया भर में उपलब्ध कराया जा सकता है। यह वैक्सीन कैंसर के इलाज में एक नयी उम्मीद जगती है।
निष्कर्ष
रूस की यह खोज कैंसर के खिलाफ एक बड़ी कदम है। इस वैक्सीन के सफल उपयोग से ना केबल रूस में, बल्कि दुनिया भर के कैंसर मरीजों केलिए एक बोहत बड़ी खुसी की बात है। अगर यह वैक्सीन उम्मीद पर खरी उतरती है, तो यह चिकिस्या दुनिया ऐतिहासिक उपलब्धि साबित होगी।
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